Hydrogen bomb
1. हाइड्रोजन बम (Hydrogen bomb) को परमाणु बम की सबसे घातक और महत्वपूर्ण किस्म माना गया है ।
2. परमाणु बम का ही एक सुधरा हुआ रूप होने की वजह से हाइड्रोजन बम परमाणु बम से भी अधिक खतरनाक होता है।
3. हाइड्रोजन बम में हाइड्रोजन के ही समस्थानिको Deuterium and Tritium का इस्तेमाल किया जाता है ।
4. हाइड्रोजन बम के बिस्फोट के दौरान सूर्य की अधिकतम ताप के बराबर तक तापमान हो सकता है ।
5. हाइड्रोजन बम की रिएक्शन शुरू करने के लिए करीब 500,00,000 डिग्री सेलसियस तापमान जरुरी होता है
6. आपको यकीन नहीं होंगा मगर हाइड्रोजन बम से जहां कही भी विस्फोट किया जाता है वंहा पर जीवन के रहने की सम्भावना शून्य हो जाती है ।
7. हाइड्रोजन बम का अविष्कार अमेरिका में ही हुआ था ।
8. हाइड्रोजन बम की Theory को Edward Teller ने ज्ञात कराया था ।
9. हाइड्रोजन बम Fusion और Fission रिएक्शन्स पर ही काम करता है।
10. दुनिया के पहले हाइड्रोजन बम टेस्ट में करीब 10,000,000 टन TNT ऊर्जा उत्पन्न हुई थी ।
11. हाइड्रोजन बम का एक छोटा सा डिवाइस भी किसी शहर को तबाह करने के लिए काफी है ।
12. हाइड्रोजन एक्सप्लोजन के दौरान निकलने वाली रौशनी अंधा बनाने के लिए काफी है ।
13. माना जाता है की जितने परमाणु हथियार इस समय धरती पर एक्टिव है वे सभी मानव जाती का नाश करने के लिए काफी है ।
14. हाइड्रोजन बम से निकलने वाली विस्फोट की लहर किसी व्यक्ति को मीलो दूर फेक सकती है ।
15. हाइड्रोजन बम का आज तक किसी भी जंग में इस्तेमाल नहीं हुआ है जबकि Atom Bomb का इस्तेमाल अमेरिका-जापान युद्ध में हो चूका है जिसमे कुल 1,85,000 लोग मारे गये थे ।
16. हाइड्रोजन बम एटॉमिक बम से 1000 गुना घातक साबित हो सकता है ।
17. हाइड्रोजन बम को Thermonuclear bomb भी कहाँ जाता है ।
18. फिलहाल आधिकारिक तौर पर सिर्फ अमेरिका,ब्रिटेन,चीन,फ्रांस,रूस और भारत इन देशो पास ही हाइड्रोजन बम है ।
19. हाइड्रोजन बम का पहला परीक्षण सन 1951 किया गया था ।
20. हाइड्रोजन बम के अब तक 5 आधिकारिक परिक्षण किये जा चुके है ।
21. हाइड्रोजन बम को एच-बम (H-Bomb) भी कहाँ जाता है ।
22. हाइड्रोजन बम बनाने का श्रेय Enrico Fermi को दिया जाता है ।
23. Edward Teller को “The Father Of The Hydrogen Bomb” माना जाता है ।
24. भारत ने हाइड्रोजन बम टेस्ट सन 1998 में किया था ।
25. पहला हाइड्रोजन बम Marshall Island पर टेस्ट किया गया था जिसने आइलैंड और आसपास के पुरे क्षेत्र में सभी प्रकार के जीवन को ख़त्म कर दिया था ।